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शरद पूर्णिमा पर अजमीढ जी व वाल्मिकी जन्म कल्याणक उत्सव मनाया,पढ़े मनोज खाबिया की रिपोर्ट

कुकड़ेश्वर- शरद पूर्णिमा पर वाल्मीकि जयंती व अजमीढ जी महाराज का जन्म कल्याणक अवसर पर स्थानीय ज्ञान मंदिर हाई स्कूल में समारोह पूर्वक मनाया गया कार्यक्रम में समाज सेवी तेजकरण सोनी, नगर पत्रकार संघ के सतीष खाबिया,नरेंद्र चौधरी ,विनोद पोरवाल,दशरथ नागदा,हर्षित माहेश्वरी,प्रकाश एस जैन, श्रीमती मंजू सोनी की उपस्थिति में मां सरस्वती अजमीढ जी महाराज और वाल्मीकि जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ उक्त अवसर पर सतीष खाबिया ने बताया कि वर्षा विगत शरद ऋतु आई लछमन देख हूं परम सुहाई की चौपाई से अपना उद्बोधन प्रारंभ करते हुए बताया कि भारतीय संस्कृति में त्योहारों का बहुत महत्व है आज से प्रकृति में परिवर्तन प्रारंभ हो जाता है प्रकृति के साथ-साथ मनुष्य में भी परिवर्तन आता है वर्षा ऋतु आज से समाप्त हुई और शरद ऋतु प्रारंभ हो रही है इस मौसम में हम सबको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कार्य करना चाहिए नरेंद्र चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य ही संपत्ति है हमें प्रातः काल जल्दी उठकर के स्नान इत्यादि से निवृत होकर परमपिता परमेश्वर का ध्यान करना चाहिए जिससे हम दिन भर ऊर्जा से परिपूर्ण रहते हैं तेजकरण सोनी ने सभी को शरद पूर्णिमा वाल्मीकि जयंती,अजमीढ जयंती पर शुभकामनाएं दी श्रीमती मंजू सोनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि महाराजा हस्ती के पुत्र अजमीढ जी  मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के वंशज बाल्य काल से ही कलाओं से परिपूर्ण थे आगे चलकर अपने स्वर्ण कला की अनेक प्रकार की कला कृतियां,आभूषणों का निर्माण कर राजा महाराजाओं को भेंट करने का कार्य किया तब से आज तक स्वर्णकार समाज आभूषणों का निर्माण करते हुए अपनी कला का प्रदर्शन करते आ रहे हैं जो व्यक्ति जैसा काम करता है वैसा ही उसका वर्ण बन जाता है स्वर्णकार समाज का निर्माण अजमीढ जी महाराज के काल से ही प्रारंभ हुआ है जो आज तक निरंतर स्वर्ण कला के आभूषण बनाते आ रहे है।हर्षित माहेश्वरी ने भी संबोधित किया कार्यक्रम में श्रीमती चेतना पवार, श्रीमती तुलसी मोदी, कुमारी दीपिका, कुमारी सुनीता ,श्रीमती सरोज लोहार ,कुमारी अनामिका सेन के साथ विद्यालय के भैया बहन उपस्थित अंत में अजमीढ जी महाराज की पूजा अर्चना करआरती की कार्यक्रम का संचालन व भगवती प्रसाद सोनी ने माना अंत में प्रसाद वितरण किया।

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