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खबर-हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया गया रामपुरा में मोहर्रम पर्व,बीस ताजियों का कारवां जुलूस के रूप में निकला प्रमुख मार्गो से 

रामपुरा। नगर में मोहर्रम पर्व पर दस दिनों तक यादे हुसैन मनाने का सिलसिला रहता है यहाँ मोहर्रम पर्व एक दिन बाद तक मनाया जाता है। मोहर्रम चांद की एक तारीख से इमाम हुसैन की याद में मोहल्ले-मोहल्ले में लंगर (भंडारा) हलीम,शरबत का आयोजन किया जाता है। मोहर्रम की 9 तारीख को ताजिया कसने का काम होता है बाद अपने-अपने मोहल्ले के इमाम बाड़े में उनका मुकाम लगाया जाता हैं। वही लोग अपनी मन्नत उतारने के लिए बड़े इमाम के यहां पर बच्चों को तोलते हैं। यह आयोजन सुबह के दो बजे से रात्रि 11 बजे तक चलता जहाँ सभी धर्म के लोग आते हैं।

मदारबाग से रात्रि 12 बजे 20 ताजियों का मुकाम उठा ताजियों का यह कारवां जुलूस के रूप में छोटा बाजार होते हुए प्रात: पांच बजे लालबाग पहुंचा जहां से दोपहर दो बजे बैंड की मनमोहक धुन व अखाड़े के हैरत अंगेज कारनामों के साथ ताजियों का यह कारवां चलता है। जिसमें हजारों स्त्री पुरुष बच्चे शामिल होते वही शाम को गांधीसागर जलाशय में ताजिए पहुंचते है जिन्हें पानी में विसर्जित किया जाता है।  मोहर्रम के अवसर पर हुसैनी लंगर कमेटी की जानिब से लंगर सहभोज का भी सराहनीय आयोजन किया गया जिसमें प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष  भी हजारों की संख्या में रामपुरा सहित बाहर से आए अकीदतमंद जायरिनों ने भोजन ग्रहण किया। मोहर्रम के अवसर पर पुलिस व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही वहीं विद्युत विभाग नगर परिषद का सराहनीय योगदान रहा।

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