कुकडेश्वर- समीपस्थ ग्राम जुनापानी के ओंकारेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में श्री शिवमहा पुराण कथा का संगीतमय परायण के तीसरे दिवस व्यास गादी से पंडित नरेन्द्र शर्मा ने धर्म सभा में बताया कि भगवान शंकर बड़े ही दयालु है वो भक्तों पर हमेशा कृपा करते हैं। मृत्यु लोक में महादेव ही सर्वश्रेष्ठ है आपमें एक दृष्टांत बताया कि यज्ञदत्त कुमार की भक्ति से भगवान ने प्रसन्न होकर कुबेर का भंडार प्रदान किया केवल उसने भूख प्यास से पीड़ित होकर शिव मंदिर में प्रसाद पाने के लिए अपने वस्त्रों को ही जला दिया जिसके प्रभाव से भोलेनाथ को दीपदान का पुण्य अर्जित हुआ। और भगवान शंकर प्रसन्न हुए और उसे वरदान दिया, वहीं दूसरे जन्म में उसे कलिंग का राजा बनाया इसी क्रम में अपने भजनो के माध्यम से कई दृष्टांत देते हुए शिव कथा में राजा दक्ष द्वारा मां जगदंबा की तपस्या करने पर मां प्रसन्न हुई और दक्ष को कन्या रत्न के रुप में सती को समर्पित किया इस प्रसंग पर अपने बेटियों के बारे में विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि बेटी है तो कल है बेटी ही नहीं होगी तो बहू कहां से लाओगे कन्यादान से बढ़कर कोई दान नहीं अंत में शिव सती का विवाह एवं सती का शिव की आज्ञा नहीं मानकर पिता के यज्ञ में पहुंचना और वहां अपमानित किये जाने पर स्वयं यज्ञ समर्पित होकर में यज्ञ की अग्नि में स्वयंप को समर्पित किया। जुना पानी में नित्य प्रातः 11 बजे से 3 बजे तक शिवमहापुराण कथा का संगीतमय परायण हो रहा है।