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खबर-निशान के साथ तेजा दशमी पर निकली शोभायात्रा, पढ़े मनोज खाबिया की रिपोर्ट

कुकडेश्वर। भादवा सुदी दशमी को तेजा दशमी, धूप दशमी के रूप में मनायी जाती है। सभी देवी देवताओं के मंदिर में पूजा अर्चना धूप खीर, गजागडे़ का आयोजन होता है। घर-घर भी धूप देकर पूजा अर्चना की जाती है। वहीं तेजाजी के मंदिर एवं कालेश्वर दरबार देवनारायण जी के देवरों पर भी धुप दशमी पर विशेष आयोजन होते हैं। इसी प्रकार समीपस्थ गांव हामाखेड़ी में तेजा दशमी पर चमत्कारी श्री कालेश्वर मंदिर देवरे पर प्रातः से पूजा अर्चना धूप दीप नैवेद्य आरती कर पंडा जी श्री राम प्रसाद धनगर के सानिध्य में बाबी पूजन एवं आदि पूजा अर्चना के बाद दोपहर को बैंड बाजों ढोल ढमाको के साथ तेजाजी महाराज के चित्र की झांकी रथ में विराजित कर निशान के साथ कालेश्वर देवरें से भाव भक्ति के साथ पूरे गांव में निकाली गई। जगह-जगह स्वागत किया गया शौभायात्रा कालेश्वर महाराज के यहां पंहुची जहां पर कालेश्वर महाराज एवं तेजाजी महाराज की महाआरती पर प्रसाद वितरण किया गया। सभी ने बड़ी आस्था और श्रद्धा के साथ तेजाजी महाराज की पूजा अर्चना की एवं तेजा दशमी मनाई साथ ही रात्रि को भजन संध्या का आयोजन किया।

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