कुकडेश्वर- जिसके जीवन में संयम नहीं वह जीवन दुखी हो जाता है, सुख सुविधा के साथ रहते रहते आदमी महत्वाकांक्षी होकर शांतिपूर्ण जिंदगी जीने की बजाय अंशात जीवन जीता है। मानव को जीवन में संयम रखकर संयमित रहना चाहिए संयमित जीवन सफलता की ओर ले जाता है और जीवन शांति पुर्वक जीता है। उक्त बात श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव प्रांगण कुकडेश्वर में अयोध्या में श्री राम मंदिर में भव्य मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के प्रसंग पर सीताराम मित्र मंडल द्वारा जन सहयोग से वाल्मीकि श्रीराम कथा के प्रथम दिवस व्यास गादी से सुप्रसिद्ध पंडित देव कृष्ण जी शास्त्री ने धर्म सभा के बीच करते हुए बताया कि मनुष्य जीवन मिला है और हमें समय मिला है इस मानव जीवन को पाकर हमें जो भक्ति का मार्ग मिला है उसका आनंद उठा ले आपने बताया कि पाप और पुण्य मनुष्य से ही होता है । भोग के मार्ग की यात्रा सफल नहीं होगी मानव को योग मार्ग की यात्रा करनी चाहिए राम के बिना आराम नहीं मिलता आपने बताया जिसके जीवन में राम नहीं तो वो आराम भी नहीं पा सकता राम कथा सुनने से शांति की अनुभूति होती है। प्रभु राम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए इसलिए हमें मर्यादित रहकर इस मानव जीवन को सफल बनाना है परमात्मा के दर्शन मनुष्य को ही होते है देवता भी नहीं कर सकते भक्ति और साधना के लिए भारत भूमि स्वर्ग में भी पहचानी जाती है यह भारत भूमि तीर्थकरो,अवतारों व ऋषि मुनि संतों की भूमि है ऋषि मुनियों की भूमि भारत भूमि को पाकर हम भारतीय संस्कृति को जीवन में बनाए रखें राम मंदिर में ही नहीं रोम रोम में हैं । आपने संगीतमय राम कथा के बीच शास्त्रों का वर्णन एवं कई दृष्टांत सुनाते हुए कहा कि मंदिरों में क्रोध नहीं करना चाहिए मंदिरों में झगड़ा नहीं करें भगवान को शांति प्रिय है सर्वव्यापी परमात्मा है धर्म आचरण कर धर्म आराधक बने सृष्टि मर्यादाओं के लिए भगवान श्री राम का अवतार हुआ आपने अवतार लेकर मानव को मर्यादा का पाठ सिखाया भारतीय संस्कृति को बनाए रखने में शास्त्र पुराण का बड़ा महत्व है शास्त्रों में लिखी बातें पूर्ण सत्य है। राजा हरिश्चंद्र के वर्णन से कई मानव सत्यवान बने लेकिन आज भारतीय संस्कृति को धूमिल कर हमारी संस्कृति पाश्चात्या की और बड़ रहीं हैं टीवी मोबाइल से हम सत्य से असत्य पर आधारित हो रहे हैं। राजा हरिशचंद्र ने सत्य के लिए सब कुछ न्यौछावर कर दिया आजकल हम ईमान बेच रहे हैं झूठ का सहारा लेकर शीश महल बना रहे हैं। कथा श्रवण से हमें सही राह मिलती है भगवान भक्ति से आत्म शांति प्राप्त होती हैं राम कथा के प्रथम दिवस कथा प्रारंभ के पूर्व श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव की पूजा अर्चना अभिषेक सीताराम मित्र मंडल द्वारा करवा कर सुंदरकांड पाठ के साथ ही कलश पौथी यात्रा निकालकर श्री राम कथा स्थल पर पहुंचे जहां पर आरती के साथ कथा प्रारंभ हुई।श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव पर कथा पंडाल पुरी तरह राम मय हो कर 15 जनवरी से 22 जनवरी तक नित्य श्री राम कथा दोपहर 1:00 बजे से 4:00 बजे तक होगी सभी धर्म प्रेमी जन अयोध्या के राम महोत्सव के साथ कुकड़ेश्वर की राम कथा महोत्सव का लाभ लेकर राम जी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के सहभागी बने।