कुकडेश्वर- नगर के सूर्यवंशी कुमरावत तंबोली समाज द्वारा परंपरागत रूप से मनाया जाने वाले श्री केशु बाब जी का पांच दिवसीय शरदोत्सव दशहरे से प्रारंभ हो गया। तमोली समाज के आराध्या देव आस्था और श्रद्धा के केंद्र श्री केशुबाबजी जी नारोडा़ जी का पर्व समाज द्वारा धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसके तहत दशहरे के रोज समाज की आराध्य देवी नाना देवी माता मंदिर पर पहुंच कर समाज जन आरती पूजा कर मार तुलसी बास से निर्मित श्री केशुबाबजी की सवारी में ज्योत प्रज्वलित कर केशुबाबजी को तमोली समाज के प्रत्येक घर पर सवारी के रूप में ले जाते हैं। जहां पर समाजजन और आस्था वान सवारी के दर्शन कर तेल ज्योत धूप अगरबत्ती नारियल चढा़कर सुखी समृद्धि की कामना करते हैं। नित्य 7:30 बजे से लक्ष्मीनाथ मंदिर से सवारी प्रारंभ होकर पूरे तंबोली मोहल्ले में भ्रमण कर मंदिर पहुंचती है उक्त क्रम दशहरे से शरद पूर्णिमा तक चलता है।इस बार शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को ग्रहण होने से शरद पूर्णिमा का उत्सव तमोली समाज 29 अक्टूबर को मनाएगा समाज जनों द्वारा नाना देवी माता जी मंदिर पर भोजन प्रसाद बना कर माता की पूजा अर्चना व आरती कर 7 बजे केशुबाब जी की सवारी बैंड बाजों ढोल धमाकों के साथ भ्रमण करेगी उक्त भ्रमण का क्रम पूरी रात चलेगा प्रत्येक घरों पर बाब जी की पूजा अर्चना तेल धुप नारियल आदि चढ़कर की जाएगी।