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खबर-संगठित रह कर धर्म करों कल्याण होगा-पं प्रदीप त्रिवेदी

कुकडेश्वर- श्री सूर्यवंशी कुमरावत तमोली समाज के तत्वाधान में श्रावण बुद्धि तेरस सोमवार से पुरुषोत्तम मास में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ कलश व भगवत पौथी यात्रा के साथ प्रारंभ तमोली धर्मशाला में हुआ उक्त अवसर पर समाज जनों के द्वारा कलश स्थापना, भागवत पौथी पुजा अर्चना आरती के साथ किया गया उक्त अवसर पर सैकड़ों महिला-पुरुष उपस्थित थे।भागवत कथा के प्रथम दिन पंडित प्रदीप त्रिवेदी ने व्यास गद्दी से बताया कि आज हम सब माया के पीछे पड़े हुए हैं, यह दुनिया माया की है लेकिन माया तो अल्प समय सुख देने वाली है आपने भागवत कथा के माध्यम से बताया कि संगठन में शक्ति होती है संगठित होकर धर्म काम करें जीवन में संगठित रहने से परिवार की एकता समाज की एवं नगर की एकता नजर आती है। संगठन से धर्म की रक्षा होती है। और संगठित होकर जब धर्म आराधना की जाती हैं तो परमात्मा भी प्रसन्न होकर सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं। आपने बताया कि पूरा जीवन परिवार को संभालने में लगा दिया जब बुढ़ापा आता है तो हमें तिरस्कृत का सामना करना पड़ता है क्योंकि अपने पूरा जीवन तो माया के पीछे परिवार के पीछे मोह के पीछे लगा दिया अपने जीवन के कल्याण के लिए आत्मा को संवारने के लिए हमने कुछ नहीं किया जब हम आत्मा को संवार लेंगे तो हमारी आत्मा का कल्याण होगा हमें किसी की तरफ देखना नहीं पड़ेगा पंडित त्रिवेदी ने भागवत कथा के दौरान संगीतमय भजनों के द्वारा कई उदाहरण भी दिए। भागवत कथा प्रारंभ 14 अगस्त से होकर 21 अगस्त तक चलेगी भागवत कथा नित्य रात्रि 8:00 बजें से तमोली धर्मशाला में हो रही है। भागवत कथा श्रवण के लाभ लेने का अनुरोध सूर्यवंशी कुमरावत तंबोली समाज ने सभी धर्मावलंबियों से किया।

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