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खबर:- श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव पर उमड़ा आस्था व श्रद्धा का जनसैलाब

कुकडेश्वर- श्रावण के द्वितीय सोमवार  को हरियाली अमावस्या  सोमवती अमावस्या होने से तीहरे संयोग से आस्था और श्रद्धा से मनी वहीं जनसैलाब हर शिवालयों पर उमड़ा नगर के राजा धीराज श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव मंदिर पर प्रातः से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा प्रातः 4:00 बजे से रुद्राभिषेक का कार्य चलता रहा जो दोपहर तक चलता रहा तत्पश्चात 2:00 बजे से महादेव का आकर्षक फूलों का श्रृंगार किया गया पूजन एवं संध्या महाआरती के साथ ही प्रातः से प्रसाद वितरण का दौर चला ये क्रम देर रात तक चलता रहेगा। श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव मंदिर पर महिला और पुरुषों की अत्यधिक भीड़ लगी रही सभी को दर्शनों का लाभ मिल। श्री भोलेश्वर सहस्त्र मुखेश्वर महादेव पर आने वाले दर्शकों को मार्ग पर कोई परेशानी ना हो ऐसी व्यवस्था नगर परिषद द्वारा की गई । महादेव मंदिर को आकर्षक विद्युत साज सज्जा के साथ परिषर के बाहर शिव का कैलाश मानसरोवर (फव्वारे) से सजाया गया जो आकृर्षित रहा। श्रावण सोमवार शिव भक्तों के लिए आस्था श्रद्धा पूजा अर्चना के साथ ही हरियाली अमावस्या पर घर घर मालपुवें बना कर भोग लगाया वहीं सोमवती अमावस्या होने पर महिलाओं ने पिपलवृक्ष की पुजा अर्चना की गयी। इसी क्रमानुसार तमोली चौक स्थित श्री पशुपतिनाथ मंदिर पर भी विशेष साज सज्जा व कावण यात्रा के साथ ही प्रातः से अभिषेक व प्रसाद वितरण चलता रहा, ब्राह्मण मोहल्ला स्थित महादेव मंदिर,नागेश्वर महादेव मंदिर एवं जैन मंदिर के समीप पिपलेश्वर महादेव मंदिर पर विशेष भीड़ रही  वहीं आणआश्रम पर प्रतिवर्षा अनुसार देवनाथ जी महाराज की पुजा अर्चना अभिषेक महाआरती के साथ माल पुवे का प्रसाद वितरण किया गया एवं नगर के सभी शिव मंदिरों पर पूजा अर्चना का दौर प्रातः से शाम तक चलता रहा समीपस्थ जूनापानी मंसापुर्ण महादेव मंदिर पर अभिषेक पूजा अर्चना के साथ भजन कीर्तन होते रहें। आसपास के गांवों के सभी शिव मंदिरों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्रावण मास पर नन्हे बालक, बालिका,युवक युवतियां द्वारा विशेष पूजा अर्चना के साथ पूरे दिन निराहार शिवजी को पसंद करने के लिए व्रत रख शिव आराधना में लगें रहें। इस बार  श्रावण मास में सोमवार को हरियाली अमावस्या होने से हर मंदिरों पर विशेष भीड़ रही तो रमणीय स्थलों पर भी विशेष रूप से महिलाओं पुरुषों युवाओं की संख्या अच्छी रही श्रावण माह दो होने से शिव भक्तों में अपार उत्साह देखा गया।

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