कुकडेश्वर- मनुष्य जन्म बड़ा ही दुर्लभ है इसे यूं ही व्यर्थ ना जाने दे पांच तत्वों से बना है शरीर जीवन की गाड़ी धर्म ध्यान त्याग तपस्या दान करके चलाएं क्योंकि हमें ये मनुष्य जन्म चौरासी लाख योनियों में भटकने के बाद मिला है। हम इस मनुष्य में आए हैं इसको पाकर मानव सेवा जीव दया के माध्यम से आवागमन का भटकाव मिटा ले ।उक्त बात चंद्रवंशी खाती पटेल समाज द्वारा श्री राम मंदिर पर सात दिवसीय श्री मद् भागवत कथा के तीसरे रोज व्यास गद्दी से पंडित ओम प्रकाश वैष्णव ने संगीतमय भागवत कथा के दौरान राजा परीक्षित और सुखदेव मुनि का दृष्टांत सुनाते हुए कहा कि राजा परीक्षित को मान, लोभ, अहंकार और अभिमान के कारण वह सब कुछ भूल गया था जिसे गुरु होने के नाते सुखदेव मुनि ने कई अवतारों के सृष्टि की रचना बताते हुए कहा कि यह मानव जीवन बड़े पुण्य से प्राप्त हुआ है। व्यर्थ ना गंवाएं इसी प्रकार पंडित वैष्णव ने कई मार्मिक उदाहरणों के साथ ही संगीत के माध्यम से भागवत कथा की चौपाइयों व सारांश बताते हुए धर्म सभा को कहा कि जीवन की गाड़ी को सही ढंग से चलाने के लिए महिलाएं नित्य दैनिक कार्य में सावधानी रखें,तो सुखी सृम्ध्दी घर में बनी रहेगी आज हम देखते हैं कि महिलाएं झूठे बर्तन पूरी रात पड़ी रखती हैं जिससे अशांति घर में व्याप्त होती है इस प्रकार कई तरह के उदाहरण दिए भजनों पर महिला पुरुष झूम उठे बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्री भागवत कथा का आनंद ले रहे हैं भागवत कथा में शिव पार्वती विवाह आदि के दृष्टांत भी आपने सुनाएं।