नीमच- जहाँ एक और योग और प्राणायाम का अपना महत्व है वहीं दूसरी और राजयोग मेडिटेशन अपने आप में शारिरीक, मानसिक व बौद्धिक विकास के लिए संपूर्ण योग है। योग का अर्थ है दो का मिलन, राजयोग में चैतन्य आत्मा का सर्व शक्तिवान परमात्मा से मिलन होता है, जिससे व्यक्ति का निजी, पारिवारिक व सामाजिक जीवन सुख, शान्ति सम्पन्न होकर चरित्र को भी उचांईयां प्रदान करता है। उक्त विचार ब्रह्माकुमारी संस्थान की सब झोन संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने ‘पावन धाम’ के विशाल सद्भावना सभागार में संध्या से रात्रि तक चली गहन राजयोग तपस्या के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। इस राजयोग तपस्या कार्यक्रम में दो घण्टे से अधिक संपूर्ण एकाग्रता व गहन शांति के अनुभवों के साथ बड़ी संख्या में ब्रह्मावत्सों ने शिरकत की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक दिलीप सिंह परिहार ने भारत के विश्व गुरू बनने की कामना के साथ राजयोग एवं ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा की जा रही सेवाओं की भरपूर सराहना की। बी.के.सविता दीदी, राजयोगी बी.के.सुरेन्द्र भाई, विधायक दिलीप सिंह परिहार, भाजपा के वरिष्ठ नेता व समाजसेवी संतोष चौपड़ा, कृति के अध्यक्ष इंजि. बी.एल.गौर, पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष हेमन्त हरित एवं राजयोगिनी बी.के.श्रुति बहन आदि ने चैतन्य महादीप सर्वशक्तिवान शिवबाबा की स्मृति में दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । इस अवसर पर संतोष चौपड़ा को जन्मदिन की बधाई देकर सविता दीदी द्वारा आत्मस्मृति का तिलक प्रदान किया गया तथा बी.के.सुरेन्द्र भाई ने माउण्ट आबू के प्रसाद से मुंह मीठा करवाया तथा विधायक सहित सभी अतिथियों को ईश्वरीय वरदान के मार्गदर्शक कार्ड प्रदान किये गए। कार्यक्रम का संचालन बी.के.श्रुति बहन ने किया।