कुकड़ेश्वर- समीपस्थ ग्राम महेशपुरीया में बालाजी भक्त मंडल व क्षैत्र वासियों द्वारा सात दिवसीय श्रीराम कथा के विश्राम अवसर पर बालाजी मंदिर प्रांगण में व्यास गादी से धर्म सभा के बीच पं श्री माधवानंद जी मावली उदयपुर ने कहा क भोतिक वादी युग मे आज का मानव एक दूसरे से ईष्या करने के साथ तृष्णा करने मे लगा रहता है। याद रखे जिनके मन मे जलन भावना वाला भाव होता वो मनुष्य कभी अपने जीवन मे सुखी नही रह सकता आज भाई भाई से जलन भावना रखता है और यही कारण है की परिवार मे सुख समृध्दि शांति नही रहती जो व्यक्ति संतो का समागम व सत्संग से जुड़ जाता उसके भाग्य भी जग जाते है। संतो के सत्संग से मानव जीवन का कल्याण होने के साथ ही बिगड़ा भव सुधर जाता है। बिना गुरु के जीवन की नैया पार नही होती मानव जीवन में गुरु करना जरूरी है गुरु रूपी शब्दों से जीवन मे सफलता की प्राप्ति होती है। आधुनिक युग में भारतीय संस्कृति को भुलने से इसका परिणाम हम देख ही रहे है। राम कथा श्रवण से मानव के चरित्र का निर्माण होता है जिससे संस्कारवान बनते है। और बच्चों को अच्छे संस्कार मिलते हैं। आपको मानव जीवन मिला भगवान श्री राम के जीवन चरित्र को आत्मसात करने की आवश्यकता है हमें मानव जीवन मिला है इस को सार्थक करें और भक्त हनुमान जैसे कई मार्मिक उदाहरण के साथ श्रीराम कथा का विश्राम गुरुवार को हनुमान जन्मोत्सव पर हुआ इसी क्रम में हनुमान मंदिर पर प्रात: रुदा अभिषेक,पुजन चोला हवन व महाआरती के साथ महा प्रसादी भंडारा पुरे दिन चला।हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर बालाजी मंदिर महेशपुरीया परिसर मे श्री राम कथा मे श्री राम लक्ष्मण माता जानकी की झांकी के साथ प्रभु श्री राम द्वारा रावण वध का वर्णन किया। उक्त अवसर पर धर्मप्रेमी महिला पुरुष युवा पीढ़ी के साथ बच्चों ने धर्म लाभ लिया।