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भोतिक वादी युग में अपने ही अपनों को मिटा देते हैं जहा तक स्वार्थ होता वहां तक रिश्ते नाते होते हैं---पं. माधवानंद महाराज मावली

कुकड़ेश्वर- संसार के रिश्ते नाते सिर्फ स्वार्थ के हैं जीवन जिने का आंनद लेना हो व मानव जीवन का उद्धार करना हो तो रिश्ता राम से  करो जिसके जीवन में राम हैं उस आत्मा का कल्याण होना संभव है। उक्त बात समीपस्थ ग्राम महेशपुरीया में बालाजी भक्त मंडल एवं क्षैत्र वासियों द्वारा सात दिवसीय श्री राम कथा के छटे दिवस बालाजी मंदिर प्रांगण से व्यास गादी से धर्म सभा के बीच पं माधवानंद महाराज मावली ने कही ।उन्होंने कहा की भोतिक वादी युग में अपने ही अपनों को मिटा देते हैं जहा तक स्वार्थ होता वहां तक रिश्ते नाते होते हैं। आपने कहा की हमें पुत्र बनना है राम जैसा भाई बने लक्ष्मण जैसा व पत्नी हो सीता जैसी। आज आधुनिक युग में भारतीय संस्कृति को भुल गयें हमें मानव जीवन मिला है इसको सार्थक करें और भक्त बने हनुमान जैसे आदी मार्मिक उदाहरण के साथ श्रीराम कथा हो रही जिसका विश्राम गुरुवार को हनुमान जन्मोत्सव पर होगा। इसी क्रम में हनुमान मंदिर पर प्रात: रुदा अभिषेक,पुजन चोला हवन व महाआरती के साथ महा प्रसादी होंगी।हनुमान जन्मोत्सव के पावन प्रसंग 6 अप्रैल 2023 को बालाजी मंदिर महेश पुरीया पंहुच कर अधिका अधिक संख्या में धर्म  लाभ लेने का अनुरोध किया।

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