कुकड़ेश्वर - रुकमणी व भगवान श्री कृष्ण का हुआ विवाह, हुई आतिशबाजी, भगवान श्रीकृष्ण ने जीवन के महत्व को बखूबी निभाते हुए , सनातन धर्म सहित हर धर्म को जागृत करने का सन्देश दिया है। उक्त बात कुकड़ेश्वर के समीपस्त गाँव कड़ी बुजुर्ग (बड़ी खड़ी) में 7 दिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का वाचन कर रहे क्षेत्र के प्रख्यात कथा वाचक पण्डित नरेंद्र शर्मा आमदखेड़ी ने कथा व्यास पीठ से कहि है। संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा प्रतिदिवस दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्रसारित की जा रही है। संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में सेंकडो भक्तजन शामिल होकर कथा श्रवण कर रहे है। 21 फ़रवरी को भगवान श्रीकृष्ण व रुकमणी का विवाह सम्पन्न हुआ। श्रीकृष्ण व रुकमणी विवाह पर भक्तजनो ने भव्य आतिश बाजी करते हुए भगवान श्री कृष्ण के जयकारे लगाकर कथा पांडाल को गुंजायमान कर दिया। वन्ही गाँव में भगवान श्री कालेश्वर दरबार की प्रतिमा स्थापना का आयोजन भी 22 फ़रवरी को किया जा रहा है। भगवान श्री कालेश्वर दरबार की प्रतिमाओ ने शोभायात्रा के साथ नगर भ्रमण किया। जिसमे सभी भक्तो ने नाचते गाते हुए शोभायात्रा को सफल बनाया। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में घाटा बिल्लोद के पण्डित व्यंकटेश शास्त्री के द्वारा प्रतिदिवस सुबह 8 बजे से 12 बजे तक व दोपहर 3 बजे से सांय 7 बजे तक 7 दिवसीय यज्ञ के माध्यम से वैदिक मंत्रोचार के साथ आहुतिया लगाई जा रही है। श्री कालेश्वर दरबार की मूर्ति स्थापना व श्रीमद् भागवत कथा का समापन कड़ी बुजुर्ग (बड़ी खड़ी) में 22 फ़रवरी को भव्यता के साथ सम्पन्न होगा। आयोजन समिति व कड़ी बुजुर्ग के समस्त वासियो ने क्षेत्र की धर्मप्रेमी जनता से अपील की है कि आप इस धार्मिक आयोजन में सपरिवार पधारकर कार्यक्रम को सफल बनाये।