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खबर-मध्य प्रदेश पेंशनर समाज तहसील शाखा मनासा का वार्षिक सम्मेलन हुआ संपन्न

मनासा। मध्य प्रदेश पेंशनर समाज तहसील शाखा मनासा का वार्षिक सम्मेलन एवं सम्मान समारोह सरस्वती पूजन एवं सरस्वती वंदन के पश्चात गत वर्ष दिवंगत हुए सदस्यों को मोन  श्रद्धांजलि अर्पित की गई। संगठन के अध्यक्ष देवीलाल शर्मा ने स्वागत भाषण एवं वर्ष भर की गतिविधियों की जानकारी  देकर अपने उद्बोधन मे शासन से मध्य प्रदेश- छत्तीसगढ़ राज्य पुनर्गठन आयोग 2000 की धारा 49 (6 ) को शीघ्र हटाये जाने की मांग की गई। समारोह के मुख्य अतिथि संगठन के प्रांता अध्यक्ष डी .पी .दुबे ग्वालियर, पुलिस पेंशनर संघ के प्रांत अध्यक्ष एमपी सिंह परिहार, सुरेंद्र कुमार स्थापक महासचिव ,सी के बिश्नोई महासचिव .राधेश्याम टेलर प्रांतीय सचिव. पेंशनर समाज भानपुरा के ब्लॉक अध्यक्ष सीताराम संघेसिया, एवं मनासा संगठन के वरिष्ठ संरक्षक एवं साहित्यकार डॉ पूरन सहगल  मंचासीन थे। समारोह की अध्यक्षता नीमच जिला अध्यक्ष जै .सी. गुजेटिया द्वारा की गई। उपरोक्त सम्मान समारोह में संगठन के आजीवन सदस्य जिन्होंने 75 वर्ष पूर्ण किए 13 सदस्यों का सम्मान शाल एवं श्रीफल  द्वारा किया गया। मंचासीन सभी पदाधिकारीयो एवं सदस्यों ने  अपने उद्बोधन में संगठन की ताकत पर जोर देकर शासन के द्वारा किए जा रहे पेंशनरों के प्रति नीतियों  पर  असंतोष एवं आक्रोश व्याप्त किया। मुख्य अतिथि संगठन के प्रांता अध्यक्ष डी .पी . दुबे द्वारा अपने उद्बोधन में   पेंशनर हित में की जा रही वर्ष भर की गतिविधियों की जानकारी देते हुए शासन के द्वारा पेंशनरों के प्रति की जा रही भेदभाव  पूर्णनीतियो के प्रति  असंतोष एवं आक्रोश व्याप्त कर आर- पार की लड़ाई लड़ने  के लिए संघर्ष पर जोर दिया और बताया कि  शासन से मांग करने के लिए दो ही रास्ते हैं। प्रथम यह कि शांतिपूर्वक ज्ञापन देकर मांग करना। दूसरा यह कि शासन अगर नहीं सुने तो क्रांति द्वारा संघर्ष करके अपनी लड़ाई लड़ना चाहिए और अपनी मांग को मनवाना चाहिए। आपने शांतिपूर्वक ज्ञापन के माध्यम से प्रमुख मांग धारा 49 (6) हटाए जाने की मांग करते हुए कहा है कि इस धारा का कोई  औचित्य नहीं है जिसका बहना बना कर सरकार पेंशनरों को विलंब से महंगाई राहत प्रदान कर रही है यह ठीक नहीं है। कार्यक्रम का संचालन राम प्रकाश गहलोत द्वारा किया गया एवं सरस्वती वंदना भगत राम चंदेल द्वारा की गई एवं  पदम कुमार जैन ने आभार प्रकट किया।अंत में राष्ट्रीय गान के पश्चात समारोह का समापन किया तत्पश्चात सभी का सहभोज रखा गया।

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