रामपुरा। जम्मू कश्मीर दिन 29 अप्रैल 2001 केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बलकी 122 बटालियन की एक टुकड़ी ने जम्मू व कश्मीर राज्य के बड़गाम जिले के बीरवाह थाना क्षेत्र के मालापुर गांव में आतंकवादियों के विरूद्ध एक आपरेशन का संचालन किया। पूरे गांव की तलाशी ली गयी, मगर आतंकवादियों के साथ कोई संपर्क स्थापित नहीं हुआ। जब यह टुकड़ी अपने कैम्प की और वापस लौट रही थी तो आतंकवादियों ने टुकड़ी को लक्ष्य कर आई.ई.डी. ब्लास्ट किया टुकड़ी का एक वाहन इस विस्फोट की चपेट में आ गया और इसमें सवार सभी कार्मिक गंभीर रूप से घायल हो गये। मगर घायल होने के बावजूद उन्होंने अपने हथियार संभाल कर आतंकवादियों पर फायर कर दिया। बल के घायल कार्मिकों के हथियार लूटने के उद्देश्य से आगे बढ़ रहे आतंकवादी बल की टुकड़ी की ओर से तीव्र प्रतिरोध से घबरा कर भाग खड़े हुए। इस विस्फोट में सिपाही बद्रीप्रसाद राईकुंवर अपने 5 साथियों के साथ देश सेवा के लिए अपने कर्तव्य पथ पर शहादत को प्राप्त हुए। आज 29 अप्रेल है नगर परिषद के तत्वाधान में शहीद बद्रीप्रसाद स्मारक उद्यान पर उनकी शहादत को यादकर नगर गौरव दिवस के रूप में मना रहा है। इस अवसर पर जिला नीमच के सी.आर.पी.एफ.के असिस्टेंट कमांडेट ईश्वरलाल बैरवा,ऐ.एस.आई शम्भुराम स्वामी, ,ऐ.एस.आई दिगंबर सिंह, सिपाही पन्नालाल, सिपाही हवलदार चालक देवेन्द्रसिंह भदौरिया जन प्रतिनिधि गण, नागरिक गणों नगर के गौरव शहीद बद्रीप्रसाद रायकुवर की शहादत को स्थित स्मारक पर नगर गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर शहिद बद्रीप्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर दो मिनट का मोन रखकर श्रद्धांजलि दी गई असिस्टेंट कमांडर ईश्वरलाल बैरवा ने कहा कि शहिद बद्रीप्रसाद ने देश के लिए जो सेवाएं दी वह हमेशा याद रहेगी हम सभी उनके परिवार के सदस्य है हमेशा उनके परिवार जनों के साथ रहेंगे।