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खबर- भूतपूर्व सैनिकों व आश्रितों के लिए अधिक से अधिक आर्थिक सहयोग करें

रामपुरा- सशस्त्र सेना झण्डा दिवस हर वर्ष शासन के आदेशानुसार 07 दिसम्बर को मनाया जाता है। यह दिवस भारतीय सेना के तीनों अंगो के ऐसे वीर जवानों के सहायतार्थ मनाया जाता है जो देश की एकता, अखंडता की रक्षा एवं सीमाओं की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गए या सदा के लिए अपंग हो गए। इन वीर जाबाज जवानों की कुर्बानी को याद करने के लिए राष्ट्र द्वारा हर वर्ष 07 दिसम्बर को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस प्रतीक स्वरुप वाहन और टोकन ध्वज वितरण कर मनाया जाता है और प्रतिकात्मक ध्वजों के वितरण के दौरान स्वेच्छा से दी गई दान राशि एकत्रित की जाती है। इस निधि से प्राप्त दान राशि का इस्तेमाल इन वीर सैनिकों के आश्रितों, विकलांग सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के पुनर्वास तथा कल्याणार्थ किया जाता है। इसके अलावा एकत्रित की गई राशि से पूर्व सैनिकों के बच्चों को छात्रवृत्ति पुत्री विवाह अपंगता अनुदान, अत्येष्टि अनुदान, मानसिक शारीरिक विकलांग बच्चों हेतु अनुदान आदि पुण्य कार्य भी किए जाते है। जिले के सभी विभागाध्यक्षों/शासकीय व गैर शासकीय संस्थाओं / सामाजिक संस्थाओं से आग्रह है कि इस निधि में अधिक से अधिक राशि दान एकत्र कर देश के वीर सैनिकों का सम्मान करने का सौभाग्य प्राप्त करें। उपरोक्तानुसार आपको यह भी सलाह दी जाती है कि इस निधि की संग्रहीत दान राशि आप सीधे जिला सैनिक कल्याण कार्यालय द्वारा नियंत्रित खाला कमांक" 10752354110, Amalgamated Special Fund for Rehabilitation and Re-construction of ESM of MP, State Bank of India, Main Branch, Mandsaur, IFSC Code SBIN0000422 में चेक / ड्राफ्ट / NEFT से या सीधे बैंक/ जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में नगद जमा कर सकते है। यह भी अवगत किया जाता है कि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस में दान की गयी राशि पर आयकर अधिनियम 1961 की धारा 297 (2) (के) के अंतर्गत आयकर में छूट का प्रावधान है। अतः सैनिकों के कल्याण मे सहभागी बन, अधिक से अधिक दान करने का सहयोग करे।

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