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कथा श्रवण करने मात्र से कई कर्म कट जाते हैं--पंडित श्री नरेंद्र शर्मा

कुकडेश्वर- मानव जीवन में मनुष्य को कभी भी अपने आप को बड़ा व्यक्ति नहीं समझना चाहिए क्योंकि इससे हमेशा नुकसान में रहता है हमेशा छोटा बनकर रहने से फायदा ही होता है दुनिया में धन दौलत जमीन जायदाद सगा संबंधित आदि पर जो घमंड करता है उसका अंत बुरा होता है इसलिए हमेशा मन को शांत रख कर मन मार कर जिने में जो सुख समृद्धि मिलती है व भगवान की कृपा  प्राप्त होती  इंसान  साथ सुख सुविधाएं भोकने वाली वस्तुओं के अलावा कोई भी धन ना साथ  लेकर आया है ना कोई साथ लेकर जाएगा केवल उसकी अच्छाइयां दान धर्म और अपना व्यवहार ही साथ लेकर जाएगा इसलिए हमें नम्रता पूर्वक जिवन जिना चाहिए।उक्त बात पंडित श्री नरेंद्र शर्मा ने ग्राम नई ननोर मैं आयोजित जन सहयोग से सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के  छठे दिन हनुमान मंदिर परिसर में कहीं। श्री शर्मा ने कहा कि कथा श्रवण करने मात्र से कई कर्म कट जाते हैं आपने कहा कि श्री कृष्ण ने भी अपने मामा कंस का अत्याचारों से मुक्ति दिलाकर धर्म का साथ दिया था इसलिए बेवजह दूसरों के पाप के भागीदारी नहीं बनना चाहिए उक्त अवसर पर कृष्ण रुक्मणी का विवाह बड़े ही धूमधाम से मनाया भगवान कृष्ण के 56 भोग के भजन पर बहुत ही शानदार नाच की प्रस्तुति देकर कन्यादान किया उक्त राशि भगवान हनुमान मंदिर निर्माण मैं उपयोग की जाएगी कथा पधारें क्षेत्रीय विधायक माधव मारू ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने मात्र से हमारे पूर्वज तो प्रसन्न रहते हैं परंतु आगे की पीढ़ी संस्कारवान बनकर सुधर जाती है ।

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