गाँधीसागर। मध्य प्रदेश वन विभाग के द्वारा अनुभूति केम्प एक महत्वपूर्ण पहल है जो वन संरक्षण और प्रबंधन के लिए शासकीय विधालयों के विधार्थियों को शिक्षा एवं प्रेरणा देने के लिए अनुभूति केम्प के माध्यम से वनों के संरक्षण के लिए व्यापक योजनाएं से अवगत करवाने के उद्देश्य से केम्प आयोजित किया जाता है। यह बात वन मंडलाधिकारी संजय रायखेडे ने मंगलवार सात जनवरी को अनुभूती भ्रमण के दौरान गाँधीसागर अभ्यारण्य के पूर्व क्षेत्र धांगा में कही। और कहा कि इस केम्प के तहत वन विभाग विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन करता है जैसे कि वन्यजीव प्रबंधन, जलग्रहण क्षेत्र उपचार और वन संरक्षण। इसके अलावा, अनुभूति केम्प में क्षतिपूर्ति वृक्षारोपणऔर आवाह क्षेत्र उपचार जैसी गतिविधियों को भी शामिल किया जाता है।
वन विभाग के अनुसार अनुभूति केम्प के तहत विभिन्न कार्यों के लिए वित्तीय प्रगति भी की जाती है जैसे कि वनीकरण वन्यजीव प्रबंध और अद्योसंरचना विकास। इसके अलावा अनुभूति केम्प में वन संरक्षण और जल संरक्षण जैसे कार्यों को भी महत्व दिया जाता है। मंगलवार को आयोजित द्वितीय दिवस समापन अवसर पर अनुभूति केम्प के तहत् मिडील तथा हायर सेकंडरी स्कूल गाँधीसागर सेक्टर तीन तथा प्रेमपुरिया के 117 विद्यार्थी तथा 6 शिक्षक को धांगा वन क्षेत्र मे भ्रमण करवाया गया। मास्टर ट्रेनर राजकमल आर्य ने उपस्थित प्रतिभागीओं को बताया कि वन हमारी राष्ट्रीय संपदा है वनो मे वृक्ष हमारे जीवन दायिनी है वन्यप्राणी के रहवास पक्षियों का बसेरा है। यहाँ बहुत बडी संख्या में औषधियाँ है जो हमारे जीवन मे स्वास्थ्य वर्धक है साथ ही प्रवासी पक्षियों से भी रूबरू करवाया। विधार्थियों के साथ क्विज प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें प्रथम द्वितीय विजेताओं को डीएफओ रेन्जर पन्नालाल रायकवार सरपंच राजू पोसवाल ने पुरस्कृत किया।