रामपुरा। समस्त स्टॉफ, प्रध्यापक एवं विद्यार्थी सभी ई ग्रंथालय में उपलब्ध ई बुक्स एवं ई रिसोर्सेस का अधिक से अधिक उपयोग करें। उक्त बात शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामपुरा द्वारा पुस्तकालय अभिमुखीकरण कार्यक्रम के आयोजन में अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बलराम सोनी ने अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा यह प्लेटफार्म सभी के लिए अति महत्वपूर्ण एवं उपयोगी है। प्राचार्य महोदय ने विद्यार्थियों को कहा कि एक अच्छी पुस्तक मानव के जीवन को श्रेष्ठ बनाने की कला सिखाती है। इस प्रकार के पुस्तकालय अभिमुखीकरण कार्यक्रम विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के साथ-साथ उन्हें नए अध्ययन विषय की सामग्रियों की जानकारियां भी प्रदान करती है। पुस्तकालय अभिमुखीकरण कार्यक्रम का संचालन एवं प्रस्तुतीकरण रामपुरा महाविद्यालय के ग्रंथपाल श्री रामस्वरूप अहिरवार द्वारा किया गया। जिसमें उन्होंने ई ग्रन्थालय पोर्टल को प्रोजेक्टर के माध्यम से स्नातक एवं स्नातकोत्तर में अध्ययनरत विद्यार्थियों को ई ग्रन्थालय सॉफ्टवेयर का उपयोग करने एवं वेब ओपेक ऑनलाइन कैटलॉग के माध्यम से उपलब्ध पुस्तकों की जानकारी, ई लाइब्रेरी में उपलब्ध ई- बुक्स, ई-रिसोर्सेज, विभिन्न समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं तथा अन्य पठन-पाठन संसाधनों की विस्तृत जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी। पुस्तकालय में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पुस्तकालय प्रबंधन प्रणाली को विकसित करने के लिए ई ग्रन्थालय सॉफ्टवेयर संचालित किया जा रहा है जिसमें पुस्तकालय के लगभग कार्य इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से किए जायेंगे। साथ ही साथ पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकें ऑनलाइन अद्यतन की जा रही है जिनकी जानकारी विद्यार्थी अपने मोबाइल या ई लाइब्रेरी में उपलब्ध कंप्यूटर पर आसानी से देख सकते हैं। विद्यार्थी पुस्तकालय की पुस्तकों का उपयोग अधिक संख्या में करें एवं पठन-पाठन के साथ-साथ, परीक्षाओं के पेपर एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी इन पुस्तकों का उपयोग करें इसके लिए विद्यार्थियों को मार्गदर्शन एवं अभिप्रेरित किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्रसिंह फिरोजिया, समस्त सहायक प्राध्यापक, अतिथि विद्वान और अन्य स्टाफ उपस्थित थे। विद्यार्थियों ने अधिक संख्या में उक्त पुस्तकालय अभिमुखीकरण कार्यक्रम में उपस्थित होकर ई ग्रन्थालय सॉफ्टवेयर के ऑनलाइन कैटलॉग एवं पुस्तकालय संबंधी समस्त जानकारी का लाभ लिया।