कुकडेश्वर। हुकमेश संघ के पटधर आचार्य 1008 श्री रामलाल जी म सा के अज्ञानुवर्ती शासन दीपक आदित्य मुनि जी म सा ने उग्र विहार करते हुए क्षैत्र के श्री संघ को परसते हुए धर्म प्रभावना कर रहे हैं आपने सरवानिया महाराज जैन स्थानक में अपने प्रवचन के दौरान फरमाया की व्यक्ति को पुण्य कमाना कठिन होता है और पाप कमाना सरल किंतु पुण्य भोगना सरल होता है और पाप भोगना कठिन, मुनि श्री ने शालीभद्र सेठ के जीवन के दृष्टांत से बताया कि व्यक्ति को पुण्य करते दान देते समय प्रसन्न होना चाहिए और पाप करते समय दुःखी, दान देते समय अगर व्यक्ति खुशी होता है तो पुण्य बंधन गाड़े होते है। और जो कई जन्मों तक सुख व समृद्धि और शांति देने वाले होते है। खुशहाली जिवन हेतु दान हमेशा खुश होकर देवें धर्मसभा में समाज जन सहित कई श्रद्धालुजन उपस्थित थे।