कुकडेश्वर- जैन समाज में धर्म आराधना का प्रथम लक्ष्य होना चाहिए सभी जैनाचार्य, सत, सतिया, मुनि, साध्वी सभी इस बात पर जोर दे रहे हैं उच्च शिक्षा व इंग्लिश कल्चर के साथ आने वाली पीढ़ी में धर्म का ज्ञान, जैन तत्व, धर्म आराधना से सुसज्जित किया जाना चाहिए जिससे बच्चा संस्कार वान होता है जिस तरह जैन समाज में जैनत्व का ह्रास होता जा रहा है उसको बचाने के लिए जैन पाठ शाला जैन संस्थाएं और समाज के साथ साधु साध्वी भी सतत् प्रयास कर रहे लेकिन इसमें सबसे अहम भूमिका माता पिता को अपनाना पड़ेगी कुकडेश्वर में जैन समाज के नरेंद्र छाजेड़ अपने पोते पोतियों को नित्य पुजा की वेशभूषा में माता पिता के साथ मंदिर भेज रहे हैं ऐसा प्रयास हर जैन करें तो जैन समाज अपने आप में अलग पहचान बनायें रखने में सफल होगा व बच्चों में धर्म के साथ संस्कार भी आयेंगे।