कुकडेश्वर- साधना महोत्सव चातुर्मास से लेकर अब गांव गांव शहर शहर धर्म देशना धर्म आराधना का क्रम जारी है। आचार्य श्री रामेश के चातुर्मास पश्चात विहार निरंतर जारी है इसी कड़ी में हर जगह जगह त्याग तपस्याओं के साथ जावद में एक साथ 9 दीक्षा व और बड़ने की संभावना है 22 जनवरी को जावद के बाद निम्बाहेडा व अन्य संघों पर भी दीक्षा होगी अभी तक की सम्भावित दीक्षा। अखिल भारत वर्षीय साधुमार्गी जैन संघ में हुक्म संघ के नवम पट्टधर, जनजन की आस्थाओं के केंद्र बिंदु,उत्क्रांति प्रदाता, युग निर्माता,आगमज्ञाता परम पूज्य आचार्य भगवन 1008 श्री रामलालजी म.सा. के मुखारविंद से 22 जनवरी 2024 को 9 दीक्षा जावद (म.प्र.) में संपन्न होनी संभावित. जो क्रमानुसार 1. मुमुक्षु भाई श्री हितेष जी कांकरिया (महा.) 2. मुमुक्षु भाई श्री यश जी कोटडिया (महा.) 3. मुमुक्षु श्रीमती कमला देवी जी चंडालिया (राज.) 4. मुमुक्षु बहन सुश्री ट्विंकल जी कामदार (तेलंगाना) 5. मुमुक्षु बहन सुश्री अंकिता जी बाफना (महा.) 6. मुमुक्षु बहन सुश्री काजल जी पितलिया (तेलंगाना) 7. मुमुक्षु बहन सुश्री आर्ची जी नाहर (राज.) 8. मुमुक्षु बहन सुश्री प्रनिधि जी पारख (छ.ग.) 9. मुमुक्षु बहन सुश्री रिया जी डागा (प.बं.) १ मुमुक्षु सुश्री मोक्षा जी भंडारी की दीक्षा 5 फरवरी को होना संभावित 17 फरवरी 2024 को 2 दीक्षा निंबाहेड़ा (राज.) में संपन्न होनी संभावित.. 1. मुमुक्षु बहन सुश्री नेहा जी राखेचा (महा.) 2. मुमुक्षु बहन सुश्री चहेती जी मुणोत (म.प्र.) 09 जून 2024 को 2 दीक्षा संपन्न होनी संभावित 1. मुमुक्षु बहन सुश्री प्रणिता जी बाफना (छ.ग.) 2. मुमुक्षु बहन सुश्री शैली जी बाफना (छ.ग.) आगे और भी दीक्षाएं संपन्न होनी संभावित उक्त जानकारी राष्ट्रीय अहिंसा प्रचारक श्री महेश जी नाहटा ने दी।