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खबर- उदयपुर से नीमच रतलाम की एतेहासिक गुरु दर्शन यात्रा त्याग तप के साथ सम्पन्न हुई

कुकडेश्वर- अखिल भारत वर्षीय साधुमार्गी जैन संघ उदयपुर से हुकम संघ के नवम् पटधर आचार्य श्री रामेश के दर्शन वंदन हेतु  उदयपुर 7 बसों के माध्यम से 330श्रावक श्राविका  प्रात: 5 बजे रवाना होकर नीमच पहुंच कर  श्री 1008 आचार्य श्री रामलाल जी मासा आदि ठाणा के   प्रवचन में पहुंच कर प्रवचन श्रवण किया।आचार्य रामेश  की अद्भुत धर्म देशना श्रवण का सभी ने लाभ लिया प्रवचन के समय आचार्य रामेश ने उदयपुर के यात्रियों  से कहा कि नीमच मे चल रही तपस्याओं के अनुमोदना मे 41 तेले तप का आह्वान किया,बिना विलम्ब उदयपुर के 51 सदस्यों ने खडे होकर इस चातुर्मास मे तेले तप करने का प्रत्याख्यान ग्रहण कर गुरु आज्ञा का पालन किया।नीमच मे आचार्य श्री रामेश के सान्निध्य मे 75 से अधिक मासक्षमण की दीर्घ तपस्या सम्पन्न हो गई है। प्रवचन के ठिक पश्चात् आचार्य रामेश ने उदयपुर संघ को विशेष समय प्रदान भी किया । जिसमे उदयपुर संघ द्वारा आगे से प्रतिवर्ष चातुर्मास चतुर्विध संघ की उपस्थिति मे चातुर्मास हो एसा निवेदन किया गया।इसी क्रम में दोपहर 3.30 पर आचार्य श्री से  मांगलीक श्रवण का लाभ श्रद्धालुओ ने लेकर सभी ने एक साथ एक साथ लयबद्ध नारों से पुरे परिसर को उल्लास की मुद्रा से भर दिया। दर्शन वंदन पश्चात यात्री  रतलाम जाने को तैयार थे तभी यात्रीयों के लिए खुशखबर आई की मुमुक्षु बहन तमन्ना जी नीमच पधारी है जिनकी जैन दीक्षा  आगामी माह मे होगी। बहन तमन्ना जी के आने पर पुरे उदयपुर यात्री दल ने मुमुक्षु बहन का स्वागत,अभिनन्दन किया। उक्त अवसर पर साधुमार्गी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष  नरेंद्र जी गांधी भी उपस्थित थे। मुमुक्षु बहन के स्वागत के साथ उदयपुर को मिले इस अनुपम अवसर पर उदयपुर युवा संघ को बधाई दी। तत्पश्चात यात्री दल रतलाम  द्वितीय दिवस प्रात: पंहुच करयुवा संत श्री आदित्य मुनि जी मसा आदि के दर्शन कर प्रवचन लाभ लिया।व समता भवन पैदल पंहुच म.सा. से मांगलीक श्रवण की।समता शाखा के साथ ही प्रवचन प्रारम्भ हुए। सन्तो के साथ ही शासन दीपक  श्री आदित्य मुनि जी म.सा. के ओजस्वी प्रवचन ने सभी को मन्त्र मुग्ध कर दिया।प्रवचन मे उदयपुर के 300 से अधिक  गुरु भक्तो की उपस्थिति मे उदयपुर श्री संघ ने श्री आदित्य मुनि जी मसा से 2024 के चातुर्मास की जोरदार विनती की। हालांकि विनती स्वीकार  व चातुर्मास प्रदान आचार्यश्री प्रदान करते हैं।परन्तु उदयपुर संघ ने आपनी भावना को पुरजोर प्रकट किया। प्रवचन के पश्चात् श्रद्धैय श्री आदित्य मुनि जी म. व सन्तो का विशेष सान्निध्य उदयपुर श्री संघ को प्राप्त हुआ। इस दौरान उदयपुर के राम महोत्सव के कुछ अविस्मरणीय पलो को फिर से स्मरण हुआ तो सभी भक्त जन भाव विभोर हो गए। मसा ने कहा कि उदयपुर मे जिस तरह त्याग , तपस्या , धर्म,ध्यान का ठाठ रहा वो उत्कृष्ट रहा था। इसी क्रम में सभी यात्रीयों ने  रतलाम मे विराजित महासतीयां जी मसा के दर्शन आदि का लाभ लिया। दोपहर 2 बजे  यात्री पुन: समता भवन एकत्र हुए जहां श्री आदित्य मुनि जी मसा आदि ठाणा का सान्निध्य प्राप्त हुआ। उदयपुर समता युवा संघ द्वारा उदयपुर मे गतिमान विभिन्न गतिविधियों के बारे मे मसा को बताया,विभिन्न धार्मिक  विषयो पर मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ। मांगलीक व दर्शन का लाभ मिला। सभी यात्रियों ने उदयपुर के लिए प्रस्तान किया। यात्रा के दोरान नीमच , रतलाम का आतिथ्य सत्कार उत्कृष्टता भरा रहा,आवास निवास व भोजन की उत्कृष्ट व्यवस्था ने सभी को हर्षित कर दिया। यात्रा के दोरान सभी यात्रीयो की समयबद्धता व उपस्थिति व सहयोग ने यात्रा को सफलता प्रदान की।इस यात्रा के दोरान लगभग 20-25 युवा सदस्यों जिस उल्लास,मैत्री भाव व संघ समर्पणा से कार्य किया वो अनुमोदनीय है। समता युवा संघ के प्रयास की सभी ने प्रसन्नसा की उक्त जानकारी अल्पेश धाकड  उदयपुर ने दी।

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