उदयपुर/कुकडेश्वर- साधुमार्गी जैन संघ के आचार्य श्री रामेश का चातुर्मास के पश्चात् उदयपुर के विभिन्न क्षेत्रो मे प्रवास जारी है। बुधवार को आचार्यश्री रामेश वृन्दावन विहार , हिरण मंगरी सेक्टर 3 मे विराज रहे थे। जहां मुमुक्षु कुमकुम कोटडिया सुपुत्री श्री कमलेश जी कोटडिया निवासी धमतरी (छत्तीसगढ़) की जैन भागवती दीक्षा हेतु परिजनों ने अनुज्ञा पत्र सहर्ष आज जैन आचार्य श्री रामेश के पावन चरणों में समर्पित किया। पत्र भेंट करने के समय बडी संख्या मे परिवार जन व उदयपुर साधुमार्गी जैन सघ के सदस्य उपस्थित थे। हर्ष हर्ष जय जय व राम गुरु की जय जय कार के नारों से परिसर गुंजाएमान हो गया। जैन भागवती दीक्षा ग्रहण करने के पूर्व मुमुक्षु को आरुग्गबोहिलाभम् से जैन साधु साध्वी की चर्या , नियम आदि की शिक्षा ग्रहण करनी होती है। परिवार जनो की सहमति दीक्षा पूर्व आवश्यक रुप से ली जाती है तथा दीक्षा लेने के लिए तय मापदण्डो पर खरा उतरने के बाद परिवार जनो की आज्ञा व दीक्षा प्रदाता गुरु की आज्ञा बाद जैन दिक्षा होती है। मुमुक्षु कुमकुम कोटडीया का अभी परिवार जन द्वारा अनुज्ञा पत्र हुआ है अब आगे जैन आचार्य श्री रामेश समय अनुसार व मुमुक्षु के दीक्षा लेने की परिपक्वता होने के बाद आत्ज्ञा प्रदान कर दीक्षा की तिथि भविष्य मे घोषित करेगे। गोरतलब हे वर्ष 2022 के चातुर्मास मे एक के बाद एक लगातार दस जैन दीक्षाएं हुई थी समता युवा संघ मंत्री अल्पेश धाकड ने बताया कि वर्तमान मे आचार्यश्री रामेश के सान्निध्य मे 450 से अधिक साधु साध्वी हें जो देश भर के विभिन्न हिस्सो मे विचरण कर रहे हैं।