रामपुरा। भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के त्रैमासिक कैलेंडर के तहत दिनांक14 से 20/09/25 तक हिंदी दिवस के अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामपुरा में किया गया प्राचार्य डॉ.बलराम सोनी की अध्यक्षता में 14 को महाविद्यालय में हिंदी का अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य विषय पर संगोष्ठी रखी गई उन्होंने कहा कि हिंदी देश की राजभाषा है एवम् अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी का अपना विशेष स्थान है। वही डॉ.प्रेरणा ठाकरे ने कहा कि राष्ट्रीय एवं राज्य सरकारो द्वारा राजकीय कार्यों का संपादन हिंदी में किया जाता है सभी महत्वपूर्ण विभागों में हिंदी अनुवादक होते हैं जिनके द्वारा विचारों के संप्रेषण का कार्य किया जाता है। इस दिन संगोष्ठी में प्रथम स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की छात्रा धानिया ,द्वितीय स्थान बी.एस.सी.फर्स्ट ईयर की छात्रा भूमिका एवं तृतीय स्थान बी.ए. प्रथम वर्ष के विद्यार्थी अंकित सेन ने प्राप्त किया। 15 को महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा से संबंधित हिंदी की पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई प्रदर्शनी में महाविद्यालय की ज्ञानवर्धक पुस्तके रखी गई महाविद्यालय के लाइब्रेरियन रामस्वरूप अहिरवार एवं डॉ.सुरेश कुमार ने विद्यार्थियों को भारतीय ज्ञान परंपरा से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तकों रामायण,वेद, महाभारत, रामचरित मानस,पुराण आदि में समाहित ज्ञान से विद्यार्थियों को अवगत कराया एवं समाहित ज्ञान को ग्रहण करने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ की प्रभारी प्रोफेसर शिवकोर कवचे ने विद्यार्थियों को अवगत कराया कि वे सभी समय निकालकर हिंदी से संबंधित महत्वपूर्ण पुस्तकों का अध्ययन करने के लिए प्रकोष्ठ में आए।16 को महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा में हिंदी साहित्य की भूमिका विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया उक्त प्रतियोगिता की संयोजक डॉ.शिल्पा राठौर थी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की छात्रा धानिया ने प्राप्त किया द्वितीय स्थान बी.ए.तृतीय वर्ष की छात्रा ज्योति माली ने प्राप्त किया एवं तृतीय स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष के छात्र अंकित सेन ने प्राप्त किया।
16 को महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा में हिंदी साहित्य की भूमिका विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया उक्त प्रतियोगिता की संयोजक डॉ.शिल्पा राठौर थी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की छात्रा धानिया ने प्राप्त किया द्वितीय स्थान बी.ए.तृतीय वर्ष की छात्रा ज्योति माली ने प्राप्त किया एवं तृतीय स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष के छात्र अंकित सेन ने प्राप्त किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.बलराम सोनी की अध्यक्षता में राजभाषा हिंदी की दशा एवं दिशा विषय पर व्याख्यान रखा गया उन्होंने वर्तमान में हिंदी की दशा एवं दिशा पर अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता प्रोफेसर मठूआ अहिरवार थे उन्होंने बताया कि हिंदी का जन्म एवं विकास कैसे हुआ एवं कैसे धीरे-धीरे हिंदी भाषा पल्लवीत एवं पुष्पित हुई। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विश्व के देशो के बीच हिंदी की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ की प्रभारी प्रोफेसर शिवकोर कवचे ने भी अपने विचार व्यक्त किये 18 को महाविद्यालय में हिंदी के महत्व पर आधारित स्लोगन प्रतियोगिता रखी गई प्रतियोगिता का आयोजन डॉ.सुषमा सोलंकी एवं नेहा शर्मा के मार्गदर्शन में हुआ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बी.ए. प्रथम वर्ष के छात्र अंकित सेन ने प्राप्त किया द्वितीय स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की छात्रा कमला कछावा ने प्राप्त किया। एवं तृतीय स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की छात्रा धानिया ने प्राप्त किया 19 को महाविद्यालय में हिंदी के प्रतिष्ठित कवियों की रचनाओं पर केंद्रित काव्य पाठ/स्वरचित काव्य पाठ का आयोजन किया गया कार्यक्रम की संयोजक डॉ.अर्चना आर्य एवं सहसंयोजक डॉ.मुक्ता दुबे थी प्रतियोगिता का आयोजन डॉ.अर्चना आर्य एवं डॉ.मुक्ता दुबे के मार्गदर्शन में हुआ जिसमें प्रथम स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की छात्रा कमला कछावा,द्वितीय स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की छात्रा धानिया एवं तृतीय स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष के छात्र अंकित सेन ने प्राप्त किया दिनांक 20/09/25 को महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बलराम सोनी की अध्यक्षता में हिंदी भाषा एवं साहित्य पर केंद्रीय प्रश्न मंच का आयोजन किया गया। डॉ.किरण अलावा एवं रेनू ठाकुर द्वारा भी हिंदी के अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर अपने विचार व्यक्त किए आभार भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ की प्रभारी प्रोफेसर शिवकोर कवचे द्वारा माना गया संगोष्ठी में प्रथम स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की छात्रा धानिया ,द्वितीय स्थान बी.एस.सी.फर्स्ट ईयर की छात्रा भूमिका एवं तृतीय स्थान बी.ए. प्रथम वर्ष के विद्यार्थी अंकित सेन ने प्राप्त किया। कार्यक्रम के इस अवसर पर महाविद्यालय का समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित कार्यक्रम का आभार डॉ.सुरेश कुमार द्वारा माना गया।