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खबर-सीएम राइज स्कूल मनासा में वीर बाल दिवस पर हुआ आयोजन

मनासा। सीएम राइज स्कूल, मनासा में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए विधायक  माधव मारू ने सिख इतिहास के महान बलिदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि साहिबजादा जोरावर सिंह (7 वर्ष) और साहिबजादा फतेह सिंह (5 वर्ष) ने धर्म और सिद्धांतों के लिए जो अद्वितीय बलिदान दिया, वह पूरे विश्व में प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने बच्चों को बताया कि यह घटना 26 दिसंबर 1705 को सरहिंद में घटित हुई, जब इन दोनों बाल वीरों को सरहिंद के शासक वजीर खान ने बंदी बनाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया। लेकिन साहिबजादों ने अपने धर्म और आदर्शों से समझौता करने से इनकार कर दिया। उनकी इस अडिग निष्ठा के कारण उन्हें निर्दयता से जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया।

यह इतिहास की सबसे अमानवीय घटनाओं में से एक है, लेकिन साथ ही यह धर्म, सत्य और साहस का सबसे बड़ा उदाहरण भी है। श्री मारू ने कहा, इन साहिबजादों की शहादत हमें सिखाती है कि उम्र चाहे कितनी भी छोटी क्यों न हो, अपने सिद्धांतों और धर्म की रक्षा के लिए हमेशा अडिग रहना चाहिए। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस अमर बलिदान से हमें यह सीखना चाहिए कि जीवन में सत्य और धर्म की राह पर चलने के लिए हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए। विधायक ने कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को अपने इतिहास और संस्कृति से जुड़ने की प्रेरणा दी और कहा कि वीर बाल दिवस जैसे आयोजन हमें हमारे गौरवशाली इतिहास की याद दिलाते हैं और भावी पीढ़ियों को इसके प्रति जागरूक करते हैं।

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