कुकडेश्वर- नगर में जल संकट की आहट दो माह पूर्व ही हो चुकी है जिससे निपटने के लिए वर्तमान में नगर परिषद द्वारा प्रतिदिन तीस टेंकर से पानी परिवहन के साथ अन्य जल स्रोतों से एकत्रीकरण कर नगर में चौथे रोज प्रेयजल सप्लाई किया जा रहा है। जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है,अगर समय रहते हैं नगर परिषद को आने वाले समय में भीषण पर जल संकट से निपटने के लिए अभी से पुख्ता इंतजाम करने होंगे। लेकिन नगर परिषद ने इस और अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया नगर परिषद के अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी व चुनिंदा बाड़ी को आने वाले समय में नगर में प्रेय जल संकट से निपटने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम करने होंगे जिसमें नगर का मुख्य जल स्त्रोत श्री सहस्त्र मुखेश्वर महादेव के तालाब को भरने के लिए समीपस्थ 15 से 30 किलोमीटर की दूरी पर बरलाई या रामपुरा से गांधी सागर का पानी लाकर तालाब को भरा जावे एवं अन्य स्त्रोतों में पानी का संग्रह किया जावे तो ही बरसात तक जल समस्या से आमजन को निजात मिल सकती है। इसके लिए नगर परिषद को बड़ा प्लान बनाना चाहिए वहीं दूसरी और नगर में जिस प्रकार पानी का दुरुपयोग हो रहा है उसको भी रोकने का प्रयास नगर परिषद को सतत् मानीटरीन करके करना चाहिए नगर में जब जल सप्लाई होता है तो नलों में टोटी नहीं लगी होने से पानी व्यर्थ ढुलता है वही नगर परिषद के कई जवाबदारी कर्मचारी जिनके पानी भरने के बाद भी पानी सड़कों पर ढुला करता है इसे रोकने के लिए नगर परिषद को प्रयास करना चाहिए एवं व्यर्थ पानी को बहाने वालों पर कार्रवाई करते हुए चालानी कार्रवाई करना चाहिए जल के अपव्यय को रोकने के लिए निर्माण कार्य व्यर्थ पानी बहाने वालों को रोका जाना चाहिए साथ ही जिस दिन जहां जल सप्लाई हो उस समय नप कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जाकर भी इन छोटे छोटे पानी बचाव से बड़ी समस्या से बचा जा सकता है।नगर परिषद अन्य विकास कार्यों के साथ नगर की मुख्य समस्या मुलभुत सुविधा को ध्यान में रखते हुए जल समस्या निदान पर भी ध्यान देकर आमजन को आने वाले जल संकट से बचा कर एक दिन छोड़कर जल सप्लाई सुचारु करने की पहल करें।