कुकडेश्वर- कार्तिक सुदी बीज को भारतीय संस्कृति व परंपरानुसार भाई दूज के रूप में मनाया जाता है। बहने अपने भाई के दीर्घायु जीवन की मंगल कामना को लेकर व्रत रखती है वहीं सुहागिन बहने अपने भाई को घर बुलाकर भोजन करा कर श्री फल और उपहार देकर दीर्घायु जीवन की मंगल कामना करती है। इसी परंपरा अनुसार दीपावली के तीसरे रोज भाई दूज नगर एवं आसपास के गांव में आस्था के साथ बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया प्रातः से बहनें सज धज कर अपने भाई को घर बुलाकर भाई की आरती उतार कर। और स्वादिष्ट भोजन करा कर अपनी रक्षा की कामना की और भाई के दीर्घायु जीवन की मंगल कामना करते हुए व्रत रखा दीपावली का पांच दिवसीय उत्सव धनतेरस से लेकर भाई दूज तक बड़े ही हर्षोल्लास के साथ नगर एवं क्षेत्र में मनाया गया।